हर साल लाखों की संख्या में लोग भारतीय रेलवे से यात्राएं करते हैं इनकी संख्या भारतीय रेलवे की उपलब्ध क्षमता से कई गुना अधिक है। त्योहारों एवं अन्य विशेष समयों पर इन यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिलती है। ऐसे में यदि आप भी अपनी अगली यात्रा की योजना ऐसे ही किसी समय में करना चाहते है वो भी वेटिंग लिस्ट टिकट के झंझट में फंसे बिना तब ये ब्लॉग आपके लिए है। इसमें हमने आपके लिए उन टिप्स के बारे में लिखा है जिन्हें अपनाकर आपके कन्फर्म टिकट पाने की संभावना काफी हद तक सच हो जाएगी। आइयें जाने उन टिप्स एवं तरीकों के बारे में।
गौरतलब है कि यदि आप अपनी यात्रा के उद्गम एवं गंतव्य स्टेशनों की थोड़ी बहुत रिसर्च यात्रा से पहले कर लें तो यह न सिर्फ आपकी यात्रा के अनुभव को सुखद बनाएगी बल्कि आपके कन्फर्म टिकट पाने की संभावना में भी इज़ाफा करेगी। आपने अनुभव किया होगा कि रेलगाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही वेटिंग लिस्ट की कतार भी लंबी हो गई है। ऐसे में आपको आधुनिक तरीकों से प्राप्त होने वाली जानकारियों द्वारा स्वयं को तैयार रखना होगा ताकि आप आसानी से कन्फर्म टिकट पा सके। रेलयात्री एप्प एक ऐसा ही डेटा आधारित स्मार्ट ट्रैवल एप्प है जो रेलयात्रा से जुड़े आपके कठिन सवालों का हल अपने स्मार्ट डेटा टेक्नोलॉजी के द्वारा उपलब्ध कराता है। इसकी सहायता से आप अपने ट्रेन ट्रैवल का बेहतरीन प्लान बना सकते है।
ज़रूरी होता है यात्रा का दिन और समय-
आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि रविवार और शुक्रवार के दिन की टिकट्स पर ज्यादा वेटिंग लिस्ट देखने को मिलती है। वहीँ सोमवार के दिन वेटिंग लिस्ट की यह सूची छोटी होती है। इसी प्रकार यदि बात ट्रेनों के समय की करें तो शाम 5 से 9 बजे के बीच चलने वाली ट्रेनों को लोग सबसे अधिक अनुकूल मानते हैं। कारण, इन समयों या दिनों में चलने वाली ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट काफी लम्बी होती है। ऐसे में यदि आप अपनी यात्रा का कार्यक्रम दिए गए समय एवं दिनों के विपरीत बनाए तो आपको कन्फर्म टिकट मिलने के ज्यादा मौके मिल सकते है। रेलयात्री एप्प के टाइम टेबल फीचर की सहायता से आप बड़ी ही आसानी से इसे समझ कर हमेशा अपडेटेड रह सकते हैं।
रेलयात्री एप्प संग हमेशा अपडेट-
ज़्यादातर रेलयात्रियों को लगता है कि उन्हें अपने द्वारा की जाने वाली यात्राओं की सभी ट्रेनों के बारे में पता होता है, जबकि ऐसा नहीं है। भारतीय रेलवे रोज़ाना अपनी सेवाओं में कई छोटे बड़े बदलाव करती रहती है। भारतीय रेलवे द्वारा हमेशा इस बात पर नज़र रखी जाती है कि कब यात्रियों की संख्या में अचानक वृद्धि होगी, होती है। भारतीय रेलवे द्वारा रोजाना लगभग 150 की संख्या में स्पेशल ट्रेनें देश के मुख्य रेल मार्गों पर चलाई जाती है। दुर्भाग्य की बात ये है कि इन स्पेशल ट्रेनों को चलाने के लिए न तो किसी प्रकार की घोषणा की जाती है न ही किसी और तरह का कोई स्पेशल प्लान बनाया जाता है। जिस कारण इनकी जानकारी जुटा पाना मुश्किल होता है। ऐसे में रेलयात्री एप्प के अलर्ट एवं स्पेशल ट्रेन फीचर द्वारा आप इन ट्रेनों की जानकारी समय रहते प्राप्त कर सकते है।
बड़े स्टेशन भी बन सकते है रोड़ा।
वैसे तो हर कोई अपनी यात्रा के लिए किसी बड़े स्टेशन को ही चुनता है मगर यहाँ आपको इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि प्रसिद्ध चीजों को मांग ज्यादा होती है। ये ठीक वैसे ही है जैसे किसी बड़े सुपर स्टार की फिल्म का टिकट आसानी से नहीं मिलता। आपने देखा होगा कि दिल्ली से पटना जाने वाली रेलगाड़ियों में हमेशा ही भीड़ रहती है लम्बी वेटिंग लिस्ट होती है। वहीँ यदि आप अपनी यात्रा के लिए कुछ इधर-उधर के स्टेशनों पर नज़र डालते है तो वहां से टिकट उपलब्ध होती है। यानि कि बड़े स्टेशनों की जगह आस-पास के छोटे स्टेशनों से अपनी यात्रा के लिए टिकट ट्राई करें, वहां अक्सर टिकटें उपलब्ध होती हैं एवं कम उपयोग में आती हैं। पटना जाने के लिए दिल्ली की जगह गाज़ियाबाद, फरीदाबाद से टिकट ट्राई करें। रेलयात्री एप्प का स्टेशन प्रीफरेंस एक ऐसा ही नायाब फीचर है जिसकी सहायता से आप अपने आस-पास के पसंदीदा स्टेशन से पता लगा सकते है कि कहाँ टिकट बुकिंग पर आपको लम्बी वेटिंग लिस्ट मिल सकती है इसलिए आपको दूसरे स्टेशन से कोशिश करनी चाहिए।
अपनी यात्रा के मुख्य स्टेशनों के बारे में कितना जानते हैं आप?
रेलगाड़ियाँ हवाई जहाज़ नहीं है जिसकी एक निश्चित मंजिल होती है। रेलगाड़ियाँ लगभग सभी स्टेशनों पर रूकती है जहां कभी ज्यादा लोग तो कभी कम लोग चढ़ते-उतरते हैं। ऐसे में आप यदि उन स्टेशनों के बारे में जान लें तो यह जानकारी भी आपको कन्फर्म टिकट दिलवाने में मददगार साबित हो सकती है।
मान लीजियें आपको दिल्ली से कोलकत्ता जाना है जिसके लिए दो गाड़ियाँ है एक पटना से होकर जाती है एवं दूसरी लखनऊ से। यहाँ रेलयात्री एप्प का पाँपुलर सेक्शन फीचर आपको ये बता देगा कि दिल्ली से जाने वाली दोनों गाड़ियों में से किस रेलगाड़ी के मार्ग पर यात्रियों की ज्यादा आवाजाही है तथा आपको उसे न चुनकर दूसरे रेलमार्ग का चुनाव करना चाहिए। इससे आप ये समझ सकते हैं कि आपकी टिकट कन्फर्म होने की संभावना किस रेलमार्ग पर ज्यादा होगी, क्योंकि उस रेलमार्ग पर यात्रियों की आवाजाही कम है।
कन्फर्मेशन परोबेब्लिटी भी है एक बढ़िया गाइड।
मान लीजियें आपने जो टिकट बुक करवाई वो वेटिंग लिस्ट है। आपकी यात्रा को अभी भले ही समय हो मगर आप हमेशा इस बात को लेकर परेशान है कि पता नहीं यात्रा के दिन तक आपको टिकट कन्फर्म हो पाएगी या नहीं। ऐसे में रेलयात्री एप्प का कन्फर्मेशन परोबेब्लिटी फीचर एक ऐसा बेहतरीन विकल्प है जो आपके पीएनआर नंबर के द्वारा इस बात की संभावित भविष्यवाणी कर सकता है कि आपकी वेटिंग लिस्ट टिकट के कन्फर्म होने की कितनी संभावना है।
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