पिछले कुछ वर्षों में भारत में कैब बुकिंग ऐप्स की बाढ़ सी आ गई है। हालांकि इन ऐप्स ने लोगों के लिए सुविधा के एक नए माध्यम की शुरुआत की है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण स्थितियों में कैब बुकिंग ऐप्स ने अपनी सुविधाओं को पूरी तरह से नज़र अंदाज़ किया हुआ है। बतौर ट्रेन ट्रैवल एक्सपर्ट रेलयात्री ने उन स्थितियों की पहचान की है। आइए हम आपके साथ कुछ ऐसी ही समस्याओं को साझा करते हैं, जिनका कभी न कभी आपने अपनी कैब बुकिंग के दौरान ज़रूर अनुभव किया होगा।
रेलवे स्टेशन पर फंस जाना-
आज, किसी भी रेलयात्री को रेलवे स्टेशन से अपनी आगे की यात्रा के लिए कैब को प्री-बुक करने को लेकर कोई समस्या नहीं होती है। आप मानते हैं कि जिस स्थान के लिए आप यात्रा करते हैं, वहाँ आपको अपने शहर के समान ऑनलाइन कैब बुकिंग सेवाएं होंगी, लेकिन कई बार आपकी यह धारणा गलत साबित हो जाती है और आप बुरी तरह से फंस जाते हैं!
ऐसी स्थिति में आपको सामान्य शुल्क से अधिक भुगतान करना पड़ता है जो कि काफी कष्टदायक होता हैं। क्योंकि तब आपके दिमाग में एकमात्र चीज़ है अपनी मंजिल तक पहुंचना (जो कि शायद आपका होटल या घर है) ज़रूरी होता है। इस वक़्त का फ़ायदा रेलवे स्टेशन के बाहर खड़े कैब ड्राइवर जो ऐसे मौके के इंतजार में होते हैं, वे उठा लेते हैं। वे अक्सर सामान्य कैब के कई गुना अधिक चार्जेज़ लेते हैं।
यहां तक कि प्री-बुकिंग की लागत भी अधिक होती है। इसके कई उदाहरण हैं जब आप अपनी ट्रेन के निर्धारित समय के आधार पर एक कैब को प्री-बुक करते हैं। लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि भारतीय ट्रेनों के साथ एक संभावना है कि आपकी ट्रेन देरी से पहुंच सकती है और पहुँचने के सही समय की तुलना में कई घंटे लेट हो सकती है। ऐसी स्थिति में कैब संचालक द्वारा आपसे लेट चार्जेज़ लगा अधिक पैसे वसूलें जाते हैं। आपको हाई वेटिंग चार्जेज़ का भुगतान करना होता है।
लेकिन रेलयात्री ने आपके रेलवे स्टेशन की ऐसी सभी समस्याओं का हल खोज लिया है
आपकी समस्या ने हमें कैब बुकिंग सर्विस के नए आयाम खोजने का मौका दिया है। हम आपकी यात्रा को आसान और प्रभावी बनाना चाहते हैं। और अपने इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, हमने अपनी मौजूदा कैब बुकिंग सेवाओं में ‘रेलवे स्टेशन कैब सर्विस’ की शुरुआत का निर्णय लिया है। हमारी कैब सेवाएं उन नीतियों के साथ आती हैं जो आपको ऊपर बताई गई सफ़र संबंधी बाधाओं को दूर करने में मदद करेगी। हमने ‘रेलवे स्टेशन कैब सर्विस’ से संबंधित समस्याओं को कैसे हल किया आइये जाने।
ट्रैवल डिटेल के आधार पर प्री-बुक कैब-
आप अपनी यात्रा की तारीख से कुछ दिन पहले ‘रेलवे स्टेशन कैब सर्विस’ के लिए एक टैक्सी बुक कर सकते हैं। रेलवे स्टेशन से आगे की यात्रा के तनाव को मिटाने के लिए प्री-बुकिंग कैब सबसे अच्छा तरीका है। आप इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त रह सकते हैं कि आपको लेने के लिए स्टेशन के बाहर एक शानदार कैब आपका इंतजार कर रही होगी जो आपको आपकी मंजिल तक बिना किसी परेशानी के पहुंचाएगी।
कोई वेटिंग चार्ज नहीं-
हम भारतीय ट्रेनों के कामकाज को समझते हैं, और हम नहीं चाहते हैं कि आपको उनकी देरी के लिए दंडित किया जाए। इसलिए, जब आप रेलयात्री से कैब बुक करते हैं, तो आश्वस्त रहें कि हम कभी भी आपसे किसी तरह का वेटिंग चार्ज नहीं मांगेंगे। आपकी ट्रेन कितनी भी लेट क्यों न हो, हमारी कैब आपका इंतजार करेगी।
कभी कोई सरचार्ज नहीं-
हम जो वादा करते हैं, वही आपको मिलता है – तो, आपको रेलयात्री ऐप में दिखाए गए कैब बुकिंग दरों के अतिरिक्त कुछ भी भुगतान नहीं करना होगा। हमारी दरें अचानक बदलती परिस्थितियों से प्रभावित नहीं होती हैं, बल्कि वे पूरे वर्ष स्थिर रहती हैं।
समय पर सेवाएं-
लंबी यात्रा के बाद अपनी कैब के आने का इंतजार करना सबसे बुरा अनुभव होता है। इसीलिए, हमने यह सुनिश्चित किया है कि हमारी कैब ट्रेन के निर्धारित आगमन समय से पहले पिक-अप प्वाइंट पर पहुंच जाएगी। आपको बस रेलवे स्टेशन से बाहर आना होगा और बाहर पहुंचते ही आप अपनी प्री बुक कैब में बैठ सकेंगे।
कई शहरों में उपलब्ध हैं–
हमारी ‘रेलवे स्टेशन कैब सर्विस’ भारत के अधिकांश व्यस्त शहरों में शुरू की जा रही है। और आने वाले दिनों में हम इस सेवा को भारत के अन्य शहरों में भी शुरू करने का वादा करते हैं।
तो, अगली बार जब आप रेलयात्रा के बाद कैब से घर जाने की सोचें। तो एक कम खर्चीले और ज़्यादा फ़ायदे वाले अनुभव के लिए रेलयात्री ऐप से ‘रेलवे स्टेशन कैब सर्विस’ ही बुक करें। फ़िलहाल यदि आपके पास अगर हमारी इस नई सेवा संबंधी कोई और प्रश्न या प्रतिक्रिया है, तो कृपया हमें यहाँ लिखें: feedback@railyatri.in. आप हमें कमेंट बॉक्स में भी अपनी प्रतिक्रियाएं भेज सकते हैं।