हम भारतियों के जीवन में रेलयात्रा किसी भी प्रकार का अपवाद नहीं है। अक्सर हमें अपने निजी और व्यापारिक कार्यों के लिए हमें देश के अलग-अलग स्थानों की रेलयात्राएं करनी पड़ती हैं। इन यात्राओं के दौरान जो सबसे बड़ी चुनौती लगभग हर बार हमारे सामने होती हैं वो है, एक अदद कन्फर्म सीट का मिल जाना। सही मायनों में ये किसी सपने के सच होने जैसा ही होता है कि आपने अपनी सुविधा के अनुसार तारीख, ट्रेन चुनी और आपको बिना किसी रुकावट के कन्फर्म टिकट मिल गई।
दरअसल, ज़्यादातर मामलों में ऐसा नहीं होता हैं बल्कि बुकिंग से पहले एक अजीब सा डर मन में बना होता है। वहीं कन्फर्म टिकट न मिल पाने के कारण रेलयात्री कभी यात्रा की तारीख़ तो कभी किसी ख़ास रेलगाड़ी से यात्रा करने को लेकर कन्फ्यूज रहता हैं। यानी कि कन्फर्म टिकट मिल पाना अपने आप में टेढ़ी खीर ही होती है। ऐसे में रेलयात्री ऐप्प का पीएनआर कन्फर्मेशन प्रॉबबिलटी फीचर या सीट अवैब्लिटी फीचर क्या है एवं कैसे हर रेलयात्री के लिए सही मार्गदर्शक बन मदद करता है, आइये जानें…
सीट अवैब्लिटी फीचर, (बुकिंग से पहले) –
मान लीजिये आपने कुछ दिनों बाद दिल्ली से देहरादून जाना है। इसके लिए आपने यात्रा की तिथि एवं पसंदीदा रेलगाड़ी दोनों का चयन कर लिया है मगर क्या उसमें आपको किसी भी श्रेणी में कन्फर्म टिकट मिल पाएगी? रेलयात्री का ये फीचर आपको इसके बारे में एक सटीक संभावना व्यक्त कर ये बता देगा कि आपको किसी श्रेणी में कन्फर्म टिकट मिल पाएगी या नहीं।
पीएनआर कन्फर्मेशन प्रॉबबिलटी की विशेषताएँ, (बुकिंग के बाद) –
मान लीजिये आपके लिए किसी विशेष रेलगाड़ी एवं तिथि को यात्रा करना अनिवार्य है। इसके लिए आपने उस गाड़ी की वेटिंग टिकट बना ली। मगर दिल में एक डर, कनफयूजन है कि क्या मेरी टिकट यात्रा की तारीख़ तक कन्फर्म हो जाएगी या फिर मुझे किसी और ट्रेन या श्रेणी की टिकट भी एहतियातन बुक करवा लेनी चाहिए? रेलयात्री ऐप्प के पीएनआर कन्फर्मेशन प्रॉबबिलटी फीचर के द्वारा भी आप अपने टिकट के कन्फर्म होने की संभावना की जांच कर सकते हैं। इसमें व्यक्त संभावना के आधार पर आप किसी अन्य ट्रेनों या श्रेणियों के टिकट के बारे में निर्णय भी लें सकते हैं।
किस आधार पर कन्फर्मेशन प्रॉबबिलटी व्यक्त की जाती है?
यात्री को उसके सफ़र की कन्फर्मेशन प्रॉबबिलटीवेटिंग लिस्ट टिकटों के हिस्टोरिकल डेटा की सघन गणना के आधार प्रदान की जाती है। हिस्टोरिकल डेटा में वेटिंग लिस्ट टिकटों की ऐतिहासिक जानकारी के अलावा यात्रा के अति व्यस्त (त्योहारों एवं दुर्घटना) वाले दिनों एवं पिछले वर्ष की अधिकतम वेटिंग लिस्ट टिकट जो कन्फर्म हुई थी कि जानकारी भी जोड़ी जाती है।
तीन प्रकार से कन्फरर्मेशान की संभावना व्यक्त करने का क्या मतलब है?
तीन प्रकार से संभावनाएं प्रदान करने का अर्थ यहाँ तीन तरह की संभावनाएं प्रदान करने से है। इसके तीन रूप हाई प्रॉबबिलटी यानी अधिकतम संभावना मीडियम प्रॉबबिलटी मध्यम संभावना एवं लोअर प्रॉबबिलटी यानी की न्यूनतम संभावना है। ऐसे में यदि आपके द्वारा मांगी गई जानकारी का जवाब हाई प्रॉबबिलटी के रूप में आता है तब आपके टिकट के कन्फर्म होने की संभावना भी हाई यानी अधिकतम है और अगर यह उत्तर मीडियम या लो आता है तो उसके अनुसार टिकट के कन्फर्म होने की संभावना भी माध्यम या न्यूनतम होती है। ऐसे में इस जानकारी का इस्तेमाल कर आप किसी और रेलगाड़ी या श्रेणी या तारीख की दूसरी टिकट बुक कर अपने लिए वैकल्पिक यात्रा की योजना बना सकते हैं।
क्या ये कन्फरर्मेशान की संभावनाएं 100 फ़ीसदी सही होती है?
जी नहीं, ऐसा नहीं है कि गणना के परिणाम हमेशा 100 प्रतिशत सही हों। मगर रेलयात्री ऐप्प के अभी तक के विशलेषण के आधार पर रेलयात्री एप्प के कन्फर्मेशन प्रॉबबिलटी फीचर की 95 प्रतिशत सूचनाएं सटीक बैठी है। इसके लिए रेलयात्री ऐप्प द्वारा अपने कई हज़ार यूज़र्स के वेटिंग टिकटों के पीएनआर नम्बर्स को आधार के तौर पर इस्तेमाल कर ये जानकारी एकत्रित की गई है।
क्यों कन्फरर्मेशान की ये संभावनाएं 100 प्रतिशत सही नहीं हो सकती?
हालाँकि रेलयात्री के विशेषज्ञों की टीम अपने इस कार्य के लिए सभी प्रकार के डेटा एवं मानकों का बेहतरीन इस्तेमाल करती हैं। मगर फिर भी प्रति वर्ष बढ़ने या घटने वाली यात्रियों की संख्याएं, अचानक होने वाली रेल दुर्घटनाएं, रेलवे के नियमों, स्पेशल बुकिंग एवं रिजर्वेशन सिस्टम में बदलाव पूरी गणना को प्रभावित करते हैं। ऐसे में 100 प्रतिशत सटीक सूचनाएं, संभानाएं थोड़ी कठिन एवं जोखिम वाली हो सकती हैं।
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