हिन्दुस्तान में यात्रा का सबसे उपयुक्त साधन भारतीय रेलवे को माना जाता है। मगर बदलते समय के साथ यातायात के ऐसे कई अन्य साधन विकसित हो गए है जिनमें काफी बदलाव आया है। आप अपनी किसी भी यात्रा के लिए इन्हें एक भरोसेमंद साधन मान सकते हैं। लम्बी एवं छोटी दूरी की किसी भी यात्रा का ऐसा ही एक भरोसेमंद साधन भारतीय बस सेवा है!
हालांकि कुछ साल पहले तक लोग बस से यात्रा करने को अपनी मज़बूरी बताते थे या फिर वे इसलिए बस की यात्रा करते थे क्योंकि उनके गाँव-घर तक रेलवे की सीधी सेवा न के बराबर थीं। मगर अब ऐसा नहीं है अब बस सेवा में भी काफी बदलाव आ गया है। वो भी आधुनिक सुविधाओं से लैस है इसलिए आप भी अपनी अगली यात्रा यात्रा बस से कर इसके फ़ायदों का मज़ा लें सकते हैं। तो चलिए जानते हैं भारतीय बस सेवा से जुड़े कुछ अनोखे फ़ायदों के बारे में-
सबके लिए छूट-
राज्य सरकारों द्वारा चलाई जाने वाली सरकारी बसें भले ही किराये पर वरिष्ठ नागरिकों को छूट देती हों। मगर प्राइवेट बसों की छूट के नियम उसके सभी यात्रियों के लिए एक से होते हैं ऐसे में अगर आप रेलयात्री ट्रैवल ऐप्प से बस टिकट बुक करते हैं तो आपकी आयु, लिंग कुछ भी हों आपको नियम अनुसार जारी छूट दी जाती है।
तत्काल का मज़ा बिना एक्स्ट्रा चार्ज-
रेलवे की तत्काल टिकट बुक करवाना किसी जंग के जीतने से कम बड़ी चुनौती नहीं होती है। खिड़की पर लंबी लाइन लगना, गैर क़ानूनी एजेंटों के भरोसे कोशिश करना, सब काम छोड़कर एक अदद टिकट का जुगाड़ लगाना। फिर भी अगर किस्मत ख़राब हुई तो सारी मेहनत बेकार! इस सब से तो अच्छा है बस की सवारी। न लाइन में लगना, न एक्स्ट्रा पे करना बस मोबाइल से कुछ क्लिक के बाद अगली बस की कन्फर्म टिकट प्राप्त कर लेना।
कहीं से कभी भी बुक करें-
अब वो ज़माना गया जब बस का टिकट खरीदने के लिए स्थानीय बस डिपो जाकर टिकट खिड़की पर लाइन लगनी होती थी। अब तो बस अपने मोबाइल में रेलयात्री ट्रैवल ऐप्प रखिए और कहीं से कभी भी अपनी बस टिकट बुक करवा लीजिये।
नहीं होती लेट-
अगर हम कुछ अपवादों को छोड़ दें जैसे कि रास्ते में बस का ब्रेक डाउन हो जाना या हाईवे पर कभी-कभी लगने वाला ट्रैफिक जाम। तो, और कोई ऐसी वजह नहीं होती जिस कारण आपको अपनी यात्रा में अनचाही देरी होने की परेशानी उठानी पड़े।
फ्री वाई-फाई एवं नाश्ते की सुविधा-
देश के कई राज्यों में बस ऑपरेटर द्वारा लंबी दूरी की बसों में मुफ्त में इंटरनेट प्रदान किया जा रहा है। कई ऑपरेटर्स तो अपने यात्री मेहमानों को रास्ते में अपनी ओर से फ्री का नाश्ता भी उपलब्ध करवाते हैं।
कुदरत को करीब से देखने का मौका-
हमारे देश के राष्ट्रीय राज्यमार्ग भी काफी रंगीन, हरे-भरे हैं। कहीं खूबसूरत पहाड़ आपके स्वागत के लिए खड़े मिलेंगे। वहीं कहीं कलकल करती नदियाँ या मस्ती भरे गीत सुनाते, शौर मचाते झरनें । ये नज़ारे कई बार बस के सफ़र में इतने करीब से देखने को मिल सकते हैं कि आपका मन करेगा की जाने दो इस बस को ‘मैं तो यहीं उतर जाता हूँ प्रकृति के इस खूबसूरत नज़ारे के करीब!‘
स्थानीय खान-पान का मज़ा-
यात्रा के दौरान किसी रेलवे स्टेशन पर भले ही आपको उस राज्य की स्पेशल डिश चखने को न मिले। मगर बस के सफ़र में आने वाले ढाबे, मोटल, स्थानीय रेस्टोरेंट बड़े स्तर पर अपने स्थानीय खाने को अपने मेहमानों को उपलब्ध करवाते हैं। मतलब आप दिल्ली के रास्ते महाराष्ट्र जाते वक़्त राजस्थान के हाईवे के किसी ढाबे पर दालबाटी और चूरमा का स्वाद लें सकते हैं।
अन्य सुविधाएँ-
रेलवे में जहाँ रिज़र्व सीट के लिए भी कई नियम हैं जैसे कि सोने का तय वक़्त वहीं आजकल की आधुनिक बसों में आपको एक अच्छी खासी 2-2 की पूरी सीट मिलती है, जिसे न तो आपको किसी के साथ शेयर करना पड़ता है न ही रेलवे के लोकल पैसेंजर की तरह आने वाले हर किसी को बैठने के लिए जगह देनी होती है।
वहीं रास्ते भर कोई मांगनेवाला भी आपको परेशान नहीं करता है। बस सेवा के बाकी नियम भी रेलवे की तरह जटिल नहीं होते हैं। ज़रूरत पड़ने पर कई बार यात्रियों को निजी सेवाएँ भी उपलब्ध करवा दी जाती हैं जिनका रेलयात्रा में मिल पाना आसान नहीं होता है।
आगे पढ़े: याद करिये अपने बीते दिनों को, ट्रैवल के ज़रूरी टिप्स