हिन्दुस्तान में ट्रेन ट्रैवल को यात्रा का सबसे उपयुक्त साधन मान जाता है, लगभग देश का हर कोना आज भारतीय रेलवे से जुड़ चुका है। मगर फिर भी रेलवे कि जो सबसे बड़ी कमी समझ में आती है वो है इसका दूर-दराज़ के इलाकों के साथ सीधे तौर पर न जुड़ा होना। यानी कि आज भी देश में ऐसे कई गाँव, क़स्बे हैं जहाँ रेल की पटरियां तो बिछी हैं, कहने को एक छोटा सा ठहराव भी है, मगर शायद ही कोई ट्रेन वहाँ रूकती है। और अगर रूकती भी है तो बमुश्किल दो मिनट के लिए। ऐसे में किसी का भी इन जगहों से ट्रेन द्वारा सफ़र करना काफी परेशानियों भरा होता है। जबकि अगर बात भारत में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के बदलते एवं बेहतर होते किसी अन्य साधन की करें तो वो है बस से सवारी।
जी हाँ, बदलती तकनीक एवं समय के साथ भारत में बस के सफ़र की पूरी व्यवस्था बदल चुकी है। बात अगर रेलयात्री बस सर्विस की करें तो यहाँ आपके लिए मौजूद है शहरों से गाँवों, कस्बों तक की सीधी बस सेवा, आरामदायक सीटें, एक क्लिक पर ऑनलाइन बुकिंग एवं समय-समय पर बस बुकिंग पर मिलने वाले डिस्काउंट ऑफर्स इत्यादि।
आपकी सुविधा एवं जानकारी के लिए रेलयात्री बस सेवा ने आपके लिए ऐसे कई बस मार्गों की जानकारी एकत्रित की है जहाँ आप ट्रेन की तुलना में रेलयात्री बस द्वारा ज़्यादा आराम से पहुँच सकते हैं। वो भी बिना किसी परेशानी के। आइये जाने उन बस रूट्स के बारे में।
दिल्ली से लेह-
यदि आप दिल्ली से लेह-लदाख की सैर पर जाना चाहते हैं तब दिल्ली से लेह के लिए कोई सीधी रेलगाड़ी नहीं है, और प्लेन से जाने में अच्छे-खासे पैसे खर्च हो सकते हैं। साथ ही श्रीनगर से आपको बस या कैब करनी ही होगी। मगर आपके लिए दिल्ली से लेह के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध है ऐसे में क्यों न दिल्ली से ही बस की सवारी की जाए?
नागपुर से पुणे-
वैसे तो नागपुर से पुणे जाने के लिए ट्रेन्स हैं, लेकिन यदि बात इस मार्ग की बसों की कि जाए तो वो भी काफी बेहतर हैं। वहीं अगर बात नागपुर से पुणे जाने के लिए खर्च होने वाले समय की करें तो वो भी ट्रेन के मुकाबले बस में कम लगता है। औसतन बस से जहाँ आप 12:30 घंटे में ये दूरी तय कर सकते है वहीं ट्रेन से आपको 14 घंटे लग सकते है। बस मार्ग पर जहाँ ये सफ़र औसतन 720 किलोमीटर का है वहीं ट्रेन से इसमें 889 किलोमीटर की दूरी है। ऐसे में इस मार्ग पर रेलयात्री बस की सवारी को एक फायदेमंद सौदा ही कहा जा सकता है।
गुवाहाटी से शिलोंग-
गुवाहाटी से शिलोंग की दूरी 100 किलोमीटर जो कि कोई बहुत ज्यादा नहीं है। मगर इस मार्ग पर रेल सेवा का विस्तार न होने के कारण यहाँ या तो आपको कैब बुकिंग कर यात्रा करनी होती है या फिर अगर आप बजट में यात्रा करना चाहते हैं तब रेलयात्री की बस सेवा आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। शिलोंग एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है इसलिए यहाँ दिन भर रेलयात्री बस सेवा उपलब्ध है। साथ ही यहाँ के हाईवे बेहद खूबसूरत हैं जिनका पूरा मज़ा बस से सफ़र के दौरान ही लिया जा सकता है।
हावड़ा से अंगुल-
कोलकाता से ओडिशा के अंगुल जाने वाले यात्रियों के लिए सिर्फ दो ही सीधी रेलगाड़ियाँ हैं। ऐसे में अगर आपको अचानक हावड़ा से अंगुल जाना पड़ जाए तो रेलयात्री बस सेवा ही एक ऐसा साधन है, जिससे आप किसी भी दिन यात्रा कर सकते हैं।
चेन्नई से पांडिचेरी–
चेन्नई से पांडिचेरी के लिए वैसे तो कई ट्रेन्स चलती हैं। मगर इस मार्ग के खूबसूरत नज़ारों का जो मज़ा आप रेलयात्री बस सर्विस के द्वारा प्राप्त करेंगे वो शायद ही आपको ट्रेन से यात्रा करने में मिले। साथ ही यहाँ की शांतिप्रिय बस सर्विस के हिसाब से ज़्यादातर लोग बस सेवा को ही एक बेहतर साधन मानते हैं।
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Yes this is gud Choice in emergency facilities on bus..
Same as Gandhidham to other towns of kutch district of Gujarat state.